We have a great culture and one of the oldest civilization, no doubt! But it still amazes me that how self-obsessed and self-pampered (and also misinformed) we are when it comes make fake claims about Indian culture and civilization. Here are some examples taken from a recent spam email message I received from an old colleague:
- दूनिया सबसे पुराना लोकतंत्र भारत में अस्तित्त्व में आया था.
Many countries and culture claims about the oldest democracy. A Google search will bring many result with different claims.
- भारतीय सभ्यता सदियों से अपने अस्तित्व को बचाए रखे हुए है.जबकी दुनिया की सभी पूरानी सभ्यताएँ मिट गई.
Completely false. All civilizations continuously evolve and Indian civilization (or culture whatever this claim means) is no exception. We have influence of Arabic, Persian and European Culture on us and current Indian culture is very different from the civilization which existed even few hundreds/thousands years before, forget about the original Indus valley civilization.
- भारत ने अपने 10 हजार साल के इतिहास मे कभी किसी अन्य देश पर आक्रमण नही किया. भारत पर अनेकों आक्रमण हुए हैं और भारत ने अपनी आधी से अधिक भूमि खो दी है. लेकिन इस देश ने कभी किसी देश पर हमला नही किया.
I have biggest problem with this propaganda. Thousands of years of submissive behavior has left us with low self esteem or less correlation with reality.
- वाराणसी अथवा बनारस दूनिया के सबसे प्राचीन शहरों मे से एक है. भगवान बुद्ध ने ईसा पूर्व 500 मे बनारस की यात्रा की थी. बनारस दूनिया का एकमात्र शहर है जो अति प्राचीन है और जिसका अस्तित्व आज भी है.
Again not completely true and misinformed. Here is the list.
- संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है. सभी यूरोपीय भाषायें संस्कृत पर आधारित मानी जाती है. फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार कम्प्यूटर से लिए सबसे उपयुक्त भाषा भी संस्कृत ही है.
- I don't even know what to do about this fake claim.
- दूनिया की सबसे प्राचीन और विकसित सभ्यता भारत में सिंधु घाटी मे विकसित हुई थी. 5000 वर्ष पहले हडप्पा संस्कृति फल फूल चुकी थी.
Wiki article of civilization. while it is true that we have one of the older civilization, but oldest known civilization is Mesopotamia civilization according to current archeological evidence.
- बेतार सूचना माध्यम की खोज जगदीश बोस ने की थी, लेकिन उनकी खोज सुर्खियों मे नही आ पाई और इस खोज का श्रेय मारकोनी को मिला.
and so on. There were many more claims in the emails (complete list is given at the end of this post). I just chose few points to give example of such propaganda email.
We have a great culture but I really don't know what it means. Our culture is good mix of Hindu, Islamic and Christian culture just because of nature of our history. What we call our culture is not completely our own. Having lived in Middle-east, Europe and USA, I can tell that lot of what we call as Hindu culture is some form of derived Arabic culture influenced by British and now its moving towards badly influenced western culture. It is not true that only we are keeping our culture, most of the countries are trying to preserve their own culture and languages.
When we make propaganda about Bose we forget, that one single individual or invention don't lead to development of science or society. We don't have the system of nurturing young brain where we can produce many more Bose. We rely on spontaneous finding of talent of single individual whether it is Bose or Sania Mirza, and then pamper it. One of my friend from an Russia tells me that they had system of tracing child potential for sports at early age in Soviet time and then they used to train thousands of such children, and then there is a good chance that one or two of them will go to world level in their own games and then there is a chance that one will be leader in his field. The same story goes in Europe, US etc in every aspect of life, science or sport. we need that aggressiveness and competitiveness. We need to train thousands of young people in every field to be competitive in the world.
There can be lot of discussion about almost all of these facts, but short story short, we need to learn to criticize ourselves instead of pampering ourselves about old historical facts, this is the only way to lead to a progressive society. We need to understand that all these facts are hundreds/thousands of years old, and our contribution to the world in last 3-4 century is negligible. I consider only Mahatma Gandhi as our single contribution in recent time, nothing else.
I believe modern day India needs to concentrate on where are the areas which need to improve: in education and research, in Health care, in bureaucracy and so on...Some time back there was a news paper article that climate change could lead to reduction of crop in South Asia in next decade, which could lead to disaster and increase in hunger in India. As an educated people, we need to look into these detail and try to raise the awareness in society and government instead of pampering ourselves with misinformed facts.
Here is the list of all claims:
Subject: Facts about India
1) दूनिया सबसे पुराना लोकतंत्र भारत में अस्तित्त्व में आया था.
2) भारतीय सभ्यता सदियों से अपने अस्तित्व को बचाए रखे हुए है.जबकी दुनिया की सभी पूरानी सभ्यताएँ मिट गई.
3) भारत ने अपने 10 हजार साल के इतिहास मे कभी किसी अन्य देश पर आक्रमण नही किया. भारत पर अनेकों आक्रमण हुए हैं और भारत ने अपनी आधी से अधिक भूमि खो दी है. लेकिन इस देश ने कभी किसी देश पर हमला नही किया.
4) भारत का लोकतंत्र सबसे बडा है.
5) वाराणसी अथवा बनारस दूनिया के सबसे प्राचीन शहरों मे से एक है. भगवान बुद्ध ने ईसा पूर्व 500 मे बनारस की यात्रा की थी. बनारस दूनिया का एकमात्र शहर है जो अति प्राचीन है और जिसका अस्तित्व आज भी है.
6) भारत ने अंकों की खोज की थी. शून्य की खोज भारत के आर्यभट्ट ने की थी.
7) दूनिया की प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला में ईसा पूर्व 700 मे स्थापित की गई थी. वहाँ दूनिया भर से आए 10 हजार से अधिक छात्र पढते थे. इसके अलावा भारत में नालंदा जैसी अति आधुनिक विश्वविद्यालय भी थी.
8) संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है. सभी यूरोपीय भाषायें संस्कृत पर आधारित मानी जाती है. फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार कम्प्यूटर से लिए सबसे उपयुक्त भाषा भी संस्कृत ही है.
9) दूनिया की सबसे प्राचीन उपचार प्रणाली आयुर्वेद है. आयुर्वेद की खोज 2500 साल पहले की गई थी.
10) ब्रिटिश हमले से पहले भारत दूनिया का सबसे अमीर देश था. भारत को कई यूरोपीय एवं मुस्लिम हमलावरों ने लूटा था.
11) समुद्री परिचालन का आविष्कार सिंधु नदी के किनारे 6000 साल पहले हुआ था. अंग्रेजी शब्द नेवीगेशन मूलत: संस्कृत शब्द "नव-गति" से लिया गया है.
12) पृथ्वी द्वारा सूरज की परिक्रमा करने मे लगने वाले समय की गणना सदियों पहले भास्कराचार्य द्वारा कर ली गई थी. उनकी गणना थी 365.258756484 दिन.
13) "पाई" की खोज बुधायन ने की थी और उन्होने ही पायथोगोरियन सिद्धांत को समझाया था. यह 6ठी शताब्दी की बात है. उसके काफी समय बाद यूरोपीय गणितज्ञ इस बारे में जान पाए.
14) ज्यामिती और अलजेब्रा की खोज भी भारत मे हुई थी. जहाँ रोमन और ग्रीक सभ्यता के लोग मात्र 106 तक की गिनती जानते थे, वहीं हिन्दू 10 घात 53 तक की गिनती कर सकते थे. इतनी बडी गिनती तो आज भी नही होती.
14) बेतार सूचना माध्यम की खोज जगदीश बोस ने की थी, लेकिन उनकी खोज सुर्खियों मे नही आ पाई और इस खोज का श्रेय मारकोनी को मिला.
15) दूनिया मे सबसे पहले बांध और जलाशय भारत मे सौराष्ट्र इलाके मे बने थे.
16) शक राजा रूद्रदमन 1 के अनुसार सुदर्शन नामक एक सुंदर झील रैवातका पर्वत पर चन्द्रगुप्त मोर्य के समय मे ही बना ली गई थी. इतनी ऊँचाई पर मानव निर्मित इस प्रकार की झील जैसे अन्य उदाहरण उस काल मे नही है.
17) शतरंज अथवा अष्टपद की खोज भारत मे हुई थी.
18) शल्यचिकित्सा के जनक भारत के सुशुत्रा थे. 2600 वर्ष पहले के भारतीय चिकित्सक पथरी, अस्थिपीडा, आँखो के मोतिया तथा प्लास्टिक सर्जरी जैसी कठिन शल्य चिकित्सा भी करते थे. अनेस्थेसिया का उपयोग करना भी उन्हे आता था.
19) दूनिया की सबसे प्राचीन और विकसित सभ्यता भारत में सिंधु घाटी मे विकसित हुई थी. 5000 वर्ष पहले हडप्पा संस्कृति फल फूल चुकी थी.
20) दूनिया की 25% से अधिक जनसंख्या हिन्दू, बौद्ध, जैन अथवा सिख धर्म मे विश्वास करती है. इन सभी धर्मों का उदय भारत मे हुआ था.
21) शून्य और अंकगणित का आविष्कार ईसा पूर्व 100 मे भारत मे हुआ था.
22) भारत दूनिया के उन गिने चुने देशों मे से एक है जिसने अपनी स्वतंत्रता अहिंसक आंदोलन चला कर प्राप्त की .
23) दूनिया मे वैज्ञानिको और इंजीनियरों की संख्या के मामले मे भारत दूसरा सबसे बडा देश है.
24) भारत अमरीका और जापान के बाद तीसरा ऐसा देश है जो स्वदेशी प्रोद्योगिकी से सुपर कम्प्यूटर बना सकता है.
25) भारत जैसी धर्मनिरपेक्षता अन्य किसी देश मे नही देखी जा सकती है. भारत मे जन्मे चार धर्म हिन्दू, बौद्ध, जैन और सिख को दूनिया की एक चौथाई आबादी मानती है. भारत मे 3 लाख मस्जिदें है, इतनी तो किसी भी मुस्लिम देश मे भी नही है. यहूदी और ईसाई धर्म के अनुयायी भारत मे ईसा पूर्व 250 और 50 साल पहले आए थे और यही बस गए थे.
26) देश की स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल की कुशल निति के कारण 500 से अधिक रजवाडे भारत संघ मे शामिल हो गए. दूनिया के अन्य किसी भी देश मे ऐसा उदाहरण नही मिलेगा.
Friday, December 4, 2009
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6 comments:
good one!
an interesting recent development driven mostly by political agendas is the distortion and abuse of science to "prove" past greatness of Indian civilization.
see my posts here here and here
absolutely agree with your thoughts on the list!!!. I have seen this list in various forms at many forwarded emails ( spam). More recently when I visited a temple in chicago some of this facts very greatly highlighted in big posters (facts centuries old all the way to charaka and nalanda university,including that of bose). I could not help but smile @ the tragedy. Correctly pointed out: what have we done in the past few centuries???
A Grad Student in US
Thanks Suvrat and Santosh,
What I do is, when I get such emails, I write back to the sender pointing out the websites to get the more accurate information. This way, I stopped receiving such emails.
Also, Nalanda and Charaka are our great treasures, and we should be proud and highlight it. My problem is when people don't see things in perspective. In most cases, they don't have knowledge of other great treasures/cultures of different country, so their proud is based on false claims or misinformations.
agreed on your last comment!
Also the way this info be in the case of nalanda or charaka is displayed in such a way/ form so as to create an impression that we are kinda supreme :) and as you pointed out not much/no knowledge about other countries history/ appreciation thereof.
exactly, mu problem is with this very false supreme believes, which in my opinion comes from lack of knowledge, lots of propaganda in mass media, and also people being uncomfortable with their place in the world. A lot of human history happened without any kind of Indian participation, but most of the people just don't know about it. Our schools don't teach world heritage or history in anyway.
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